इस्लाम अमन शांति एवं इंसानियत का पैगाम देता है - मौलाना फजलुर्रहमान

कोंच( जालौन) पीराने पीर अब्दुल कादिर जीलानी ( बड़े पीर साहब) रजिअल्लाहो तआला अन्हो की याद में मनाया जाने वाला त्यौहार ग्यारह वीं शरीफ अक़ीदतो एहतराम के साथ मनाया गया। इस मौके पर हर साल की तरह इस साल भी जलसा जश्न गौसे आजम बाजार मानिक चौक में बाद नमाज इशां रात 8 बजे से आयोजित किया गया। प्रोग्राम का आगाज हजरत कारी अजमत अली कादरी ने तिलाबते कलाम पाक व नाते रसूल सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम से शमसुद्दीन मंसुरी सभासद ने किया। हजरत मौलाना दाऊद रज झांसी, हाफिज तालिब, हाफिज काजिम हाफिज सलमान, हाफिज इमरान आदि ने बहतरीन अंदाज में नाते मनकबत पढ़कर प्रोग्राम को रौनक बख्सी सदारत हाफिज मोहम्मद साबिर बरकाती व निजामत हाफिज मोहम्मद रिजबान रजा ने की। महमाने खुशूसी हजरत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती मोहम्मद फजलुर्रहमान कादरी ने खिताब करते हुए कहा इस्लाम मजहब अम्न शांति इंसानियत भाई चारे का पैगाम देता है।आप लोग अल्लाह के हुक्मो के माने सब्र करें आप दुनिया और आखरित दोनों कामयाब होंगे। प्यारे नबी की सुन्नतों पर अमल करें। गौसे आजम के बताए हुए रास्ते पर चलें। नमाज की पावंदी करें। झूठ. बुराई और तमाम हराम कामों से बचें तभी हम गौसे आजम के सच्चे मानने बाले बनेंगे। आखिर में सलातो सलाम के बाद मुल्क में अम्न चैन कायम रहने की दुआ की गई, आखिर में तबर्रुक बाटा गया। इस मौके पर मौलाना इमरान, हाफिज रहीस, मोहम्मद तसलीम भूरे, अशफ़ाक़ ग़ौरी, काजी सिराज उद्दीन, राशिद अली, याकूब अली, सैफ उल्ला खां बटीं,उमर मंसूरी लला, महबूब खां, मोहम्मद इमरान, शरीफ बरकाती शमीम मंसूरी, राशिद मंसूरी , शोहेल खान सलमान ताले वालेसहित सैकड़ों लौग मौजूद रहे।
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