कृषि विपणन कार्यालय बंद रहने से कृषकों को नहीं मिल रहा लाभ

कालपी (जालौन) किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने तथा मानकीकरण व ग्रेडिंग के लिए स्थापित कालपी का कृषि विपणन कार्यालय में लगातार ताला लटका रहने से इसकी उपयोगिता पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
उल्लेखनीय होगी वर्ष 1982 में कृषि उत्पादन मंडी समिति कालपी का निर्माण हुआ था। इस परिसर में कृषि विपणन कार्यालय को स्थापित किया गया था। इस विपणन कार्यालय में निरीक्षक तथा कर्मचारी बैठकर संचालन करते रहते थे। लेकिन एक दशक से निरीक्षक ने आना बंद कर दिया है। फलस्वरूप कार्यालय में ताला लटका रहता है ताला लटका होने से किसानों को कार्यालय का लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रगतिशील कृषक कल्लू सिंह काशीखेरा ने बताया कि कृषि विपणन कार्यालय बंद होने से कृषि उत्पादों के मानकीकरण ग्रेडिंग तथा बंजारों की कीमतों तथा बाजारों की जानकारियां नहीं मिल पा रही है। भाजपा किसान मोर्चा के प्रांतीय सदस्य नरेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि कृषि विपणन नीतियों को लागू करने बाजार के विकास तथा कृषि विपणन के लिए बुनियादी ढांचे के विकास में सहायक होता है। उन्होंने बताया हमारी सरकार कृषकों के हितों के लिए प्रयत्नशील है तथा कार्यालय को खुलवाने का प्रयास किया जाएगा। मंडी सचिव सतीश कुमार ने बताया कि चूंकि कृषि विपणन विभाग अलग है। फिर भी इस दिशा में पत्राचार किया जाएगा।
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