बड़े ही धूमधाम से निकाली गयी बाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा

कोंच (जालौन) बाल्मिकी जी को उनकी विद्वता औऱ तप के कारण महर्षि की पदवी प्राप्त हुई और उन्होंने रामायण की रचना की पौराणिक कथा के अनुसार पहले बाल्मीकि जी का नाम रत्नाकर हुआ करता था और वह लूटपाट करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे एक बार उन्होंने नारद जी को लूटने का प्रयास किया लेकिन नारद मुनि द्वारा दी गयी शिक्षा से उनका हृदय परिवर्तन हो गया और वह तभी से सत्य मार्ग पर चल निकले अश्विन माह की पूर्णिमा को महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती मनाई जाती है इसी को लेकर दिन मंगलवार को मुहल्ला भगत सिंह नगर स्थित बाल्मीकि मन्दिर से पूजन अर्चन कर महर्षि बाल्मीकि जी की शोभायात्रा प्रारम्भ होकर तहसील बजरिया पॉवर हाउस से अमर चन्द्र इंटर कालेज होते हुए स्टेट बैंक लवली चौराहा नईबस्ती रामगंज होते हुए नगर पालिका कार्यालय पहुंची जहां पर पालिकाध्यक्ष प्रदीप कुमार गुप्ता ने बाल्मीकि जी के चित्र पर माल्यार्पण कर आरती उतारी और भोग लगाकर प्रसाद बितरण किया इसके उपरांत शोभायात्रा पुनः आगे बढ़ते हुए सागर चौकी चौराहा होते हुए चन्दकुआँ से स्टेट बैंक होते हुए वापिस बाल्मिकी मन्दिर पहुंचकर पूजन अर्चन कर शोभायात्रा विश्रामित हुई शोभायात्रा का जगह जगह पर उनके अनुयायियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया इस दौरान वरिष्ठ समाजसेवी बट्टू लाल चक्की धर्मेंद्र नाहर सतीश नाहर मनोज नाहर अरविंद नाहर देवेंद्र नाहर रामबाबू अरविंद बांगरिया अशोक राजू वाल्मीकि धांधू विनोद अनिल नीरज कालिया खन्ना अनिकेत विक्की अजय अमित भैय्यन किशोरी जीवन बाबू सुनील गजरया कमलेश दिलीप सोनू मुन्नालाल केशव प्रशांत वीरू पेंटर भरत लाल राजकुमार मंगल सिंह राम जी भीम दीपक शंकर अवध वाल्मीकि रवि आगमन अमर सिंह वीरेश बृजेंद्र रानू मिठाई लाल अखिलेश संतोष लोक सिंह प्रदीप पिच्चे दिलदार आशीष कुमार मुखिया बबलू सहित तमाम पुरूष व महिलाएं मौजूद रहीं उक्त शोभायात्रा भारतीय बाल्मीकि कल्याण महासभा कोंच के मण्डल उपाध्यक्ष दीपू पेंटर एवं जिलाध्यक्ष नरेंद्र आगवान के दिशा निर्देश पर आयोजित की गई वहीं आये हुए सामाजिक बंधुओं का आभार मंदिर कमेटी अध्यक्ष रानू बाल्मीकि एवं दीपू पेंटर ने व्यक्त किया वहीं सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस व्यबस्था मुस्तेद रही।
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