थाने गए फरियादी सहित पत्रकार से पुलिस ने की अभद्रता,पीड़ित का ही मोबाइल किया जमा
अमित गुप्ता
संवाददाता
कदौरा जालौन
कदौरा/जालौन अक्तूबर।बीती रात ग्रामीण दुकानदार की दुकान का अज्ञात लोगो द्वारा ताला तोड़ रखी नगदी कागजात व किराना सामग्री चोरी कर ले गए सुबह दुकान पहुंचे युवक ने घटना देख थाना पुलिस को तहरीर देते हुए कार्यवाही की मांग की तो थाने में उक्त पीड़ित से अभद्र व्यवहार करने लगे एब साथ गए पत्रकार से भी बदतमीजी की गई।जिससे युवक दबे पांव थाने से निकल आया वही उक्त घटना की खबर सोशल मीडिया में प्रसारित होते ही पुलिस ने उक्त पीड़ित को बुलाकर उसका मोबाइल जमा करा लिया गया एब घटना की जांच पड़ताल से पूर्व घंटो युवक को थाने में बैठाले रहे।
गौरतलब हो कि समाज में शांति सुरक्षा व्यवस्था कानून का पालन करवाना अपराध नियंत्रण व जनसेवा भाव पुलिस का दायित्व माना जाता है जिसके लिए समय समय पर सरकार से लेकर उच्चाधिकारी भी निर्देश देते है कि जनता वा फरियादियों से अच्छे से पेश आए व उनकी समस्या का समाधान करे लेकिन कदौरा थाने में वर्तमान समय रवैया ठीक इसके विपरीत है।
जिसकी जुबानी फरियादी चर्चा करते नजर आते है।फरियादी तो फरियादी कदौरा पुलिस पत्रकारों को भी दुर्व्यवहार करने से नही छोड़ती।
मालूम हो कि थाना कदौरा क्षेत्र ग्राम अलीपुर निवासी दुकानदार युवक राम राजा पुत्र रघुवीर सैनी द्वारा रविवार को पुलिस को दुकान में हुई चोरी बावत शिकायत पत्र देने गया तो अंदर रिपोर्ट पढकर ही उससे पुलिस द्वारा अभद्रता की जाने लगी।थाने में ही पास खड़े पत्रकार पवन शर्मा से भी अभद्रता करते हुए पूछा तुम थाने क्यों आए ज्यादा खास है तो पत्रकार ने कहा साहब बतमीजी क्यों कर रहे है।जिससे दोनो थाने से बाहर निकल आए जिसकी सूचना सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस द्वारा वापस उक्त युवक को थाने बुलाकर मोबाइल जमा कर थाने में बैठा दिया गया।
वही युवक द्वारा बताया की उसकी दुकान से बीती रात अज्ञात चोरो द्वारा ताला तोड़ नगदी 5 हजार कागजात व सामग्री महज 20 हजार का सामान चोरी कर ले गए है इससे पहले भी उसकी दुकान में अराजक तत्त्वो द्वारा आग लगा दी थी जिससे वह काफी परेशान है।
वही शिकायत करने पर उल्टे कदौरा पुलिस द्वारा उसका मोबाइल जमा कर घंटो थाने में बैठाया गया पीड़ित के भाई लखन लाल व भरत लाल सैनी द्वारा उच्चाधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है।महज 1 बजे से थाने में सहमे रहे फरियादी को शाम 4 बजे के बाद गांव घटनास्थल जांच के लिए ले जाया गया।
वही एस ओ अजय कुमार द्वारा मामले में कहा गया ऐसा कोई मामला नहीं है।
फिलहाल पीड़ित के परिजनों द्वारा पुलिस के उक्त दुर्व्यवहार की शिकायत उच्चाधिकारियों को देने की बात कही है।
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