योगीराज भरत जी का अनुकरणीय चरित्र समाज को देता है सीख
मनोज तिवारी ब्यूरो प्रमुख अयोध्या
अयोध्या बीकापुर विकासखड क्षेत्र के रामलीला मैदान तोरो माफी दराबगंज में आयोजित किए जा रहे 10 दिवसीय रामलीला मंचन के छठे दिन बृहस्पतिवार की रात स्थानीय कलाकारों द्वारा चित्रकूट में वनवास के दौरान राम लक्ष्मण सीता द्वारा ऋषि-मुनियों से भेंट, पुत्र वियोग में राजा दशरथ जी का प्राण त्याग करना, ननिहाल से भरत जी और शत्रुघ्न जी का अयोध्या आगमन, राम बनवास और दशरथ जी के मृत्यु की खबर पाकर काफी दुखित होना, शत्रुघ्न जी का दासी मंथरा को दंड देना, भरत जी का अयोध्या वासियों के साथ भगवान राम को बनवास से वापस लाने के लिए चित्रकूट को प्रस्थान सहित अन्य लीलाओं का जीवंत मंचन किया गया। भरत जी का भ्रात प्रेम प्रसंग का मंचन देख कर दर्शक भावुक हो गए। मंचन के दौरान राम के किरदार में सरोज मौर्य, लक्ष्मण के किरदार में शिव बचन, दशरथ के पात्र किरदार में सम्राट गुप्ता, भरत जी के किरदार में राकेश वर्मा के अभिनय को लोगों द्वारा सराहा गया। रामलीला मंचन के दौरान रामलीला समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र निषाद, अंशु दुबे, अरश दुबे, डायरेक्टर चिरौजी लाल, ओम प्रकाश दुबे, डॉक्टर हरिशंकर उपाध्याय, विजय, आशीष मौर्य, परशुराम मौर्य, सहित रामलीला समिति से जुड़े लोग और दर्शक मौजूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोतवाली पुलिस मौजूद रही। अध्यक्ष धर्मेंद्र निषाद ने बताया कि दशहरे के दिन रावण पुतला दहन के साथ रामलीला मंचन का समापन होगा।
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