फसलों की बर्बादी का मामला प्रभावित कृषिकों को मुआवजा दिलाने के लिए सरकार को घेरा

संवाददाता
अमित गुप्ता
कालपी(जालौन) किसानों की चना, मटर की फसलों की बर्बादी का मामला क्षेत्रीय विधायक विनोद चतुर्वेदी ने विधानसभा के सत्र में उठाते हुए प्रभावित कृषकों को मुआवजा दिलाने के लिए सरकार को घेरा।
कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी ने सदन में मुद्दा उठाते हुए कहा कि बुंदेलखंड के पांच जनपदों ललितपुर, झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा में चना मटर की पैदावार होती है। उन्होंने कहा कि मटर की फसल में लिली नामक कीड़ा लग गया है, जिससे चना, मटर आदि फसल बर्बाद हो गई है। चना एवं मटर की फसलों के लिए किसानों को काफी बड़े पैमामे पर खेती को बखरना पड़ा है। विधायक ने कहा कि हमारे विधानसभा क्षेत्र में की 90% जनता खेती पर निर्भर है, कोई बड़ा उद्योग धंधे नहीं है, बड़े व्यवसाय नहीं है। उन्होंने अवगत कराया की बीज, खाद, डीजल आदि सब कुछ महंगा किसानों को खरीदना पड़ता है लेकिन मटर की फसल में कीड़े पड़ जाने से खेती बर्बाद हो रही है। उन्होंने सरकार से सवाल उठाया की जिन किसानों की खेती प्रभावित हुई है उसे क्या मुआवजा सरकार प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि कितने किसानों को चना मटर में कीड़ा लगने से बर्बाद हुई फसल के बदले सरकार के द्वारा मुआवजा दिया गया है या मुआवजा देने की कोई योजना है। विधायक ने कहा के खतरनाक रसायनों का हवाला देकर तमाम कीटनाशक दवाइयां को प्रतिबंधित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कीटनाशक दवाइयां के लिए जो अधिनियम 1968 में बना है वह 19 पेज का है उसे साधारण किसान नहीं पड़ सकता इसलिए इसका सरलीकरण भी किया जाए।
क्षेत्रीय विधायक ने बताया कि बुंदेलखंड के प्रभावित किसानों को फसलों का मुआवजा तथा मदद के लिए मैं बराबर प्रयास करता हूं।
फोटो - सदन में मुद्दा उठाते विधायक विनोद चतुर्वेदी
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