देश के प्रतिष्ठित कृषि विश्वविद्यालय ने अपने 25 वें दीक्षांत समारोह में दिया प्रशांत कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक
वीरेंद्र सिंह सेंगर
इटावा। प्रशांत फाउंडेशन एक ऐसा नाम जो गरीबों की मदद के लिए मसीहा के तौर पर जाना जाता है। प्रशांत फाउंडेशन के पदाधिकारी जो मददगार बनकर उन लोगों की मदद करने पहुंचते हैं जो लोग आर्थिक हालातों की मार झेल रहे हैं अक्सर आपने प्रशांत फाउंडेशन का नाम अखबारों और यूट्यूब , चैनलों की खबरों में सुना होगा, लेकिन शायद ही कोई होगा जिसे पता हो कि इंसानियत के नाम पर स्थापित हुई यह संस्था के पीछे की आखिर कहानी क्या है। शायद ही किसी को पता हो कि ये प्रशांत नाम आखिर किसका है जिसके नाम पर समाजसेवा की अलख जगाई जा रही है। तो आज हम आपको बताएंगे कि प्रशांत फाउंडेशन की कहानी आखिर क्या है और किसके नाम पर इस संस्था को शुरू किया गया।
दरअसल इटावा जिले की तहसील जसवंतनगर के नगला हरे निवासी स्व. प्रशांत कुमार यादव के नाम पर इस संस्था को शुरू किया गया। प्रशांत कुमार यादव संस्था के सरंक्षक श्री मान सिंह यादव जी के चौथे नम्बर के बेटे थे। रुद्राक्ष मैन डा0 रिपुदमन सिंह, प्रशांत फाउंडेशन के संस्थापक जो अब फाउंडेशन के माध्यम से समाजसेवा एवं पर्यावरण हितैषी के रूप में अपनी धाक जमा चुके हैं एवं पर्यावरणविद् समाजसेवी एवं प्रशांत फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. हेमंत यादव के छोटे भाई थे। प्रशांत कुमार यादव एक ऐसे होनहार छात्र थे जो पढ़ाई में तो अव्वल थे ही साथ ही समाज में बदलाव की अनोखी सोच रखते थे । प्रशांत कुमार यादव चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर में बीएससी कृषि तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे। लेकिन 8 सितंबर 2015 को कुदरत का ऐसा कहर बरपा की होनहार प्रशांत इस दुनियाँ से विदा हो गए। विश्वविद्यालय के बाल गंगाधर तिलक छात्रावास के कमरा नम्बर-5 में रहने वाले प्रशांत की करंट लगने से मृत्यु हो गयी। प्रशांत नेक और परिश्रमी छात्र थे। इस घटना ने प्रशांत के सगे संबंधियों को झकझोर कर रख दिया था। घटना के बाद प्रशांत के सभी भाइयों और दोस्तों ने विचार विमर्श और आपसी सहमति से जनकल्याणकारी प्रशांत फाउंडेशन की नींव रखी। जिस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में प्रशांत शिक्षा प्राप्त कर रहे थे उसी विश्वविद्यालय ने प्रशांत फाउंडेशन के आग्रह पर कुलाधिपति महोदया/ राज्यपाल महोदया ने 24वें दीक्षांत समारोह से प्रतिवर्ष दीक्षांत समारोह के अवसर पर प्रशांत फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित प्रशांत कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक एमएससी कृषि सस्य विज्ञान विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्रा को दिये जाने की संस्तुत प्रदान की। विश्वविद्यालय ने दिनांक 23 दिसंबर 2022 को पत्र जारी कर प्रशांत यादव के नाम से एम0एस0सी0 कृषि सस्य विज्ञान विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र को "प्रशांत कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक" प्रदान करने की घोषणा की। इस बार यह स्वर्ण पदक विमल कुमार , छात्र, "एम0एस0सी0 कृषि सस्य विज्ञान" को प्रदान किया गया । सीएसए की यादों में हमेशा रहेंगे प्रशांत , यह "प्रशांत कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक" प्रशान्त फाउण्डेशन द्वारा प्रायोजित है।
ज्ञात हो कि इसी के फलस्वरूप 28 दिसम्बर 2023 को विश्वविद्यालय के 25वें दीक्षांत समारोह में एम0एस0सी0 कृषि सस्य विज्ञान विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए विमल गुप्ता को "प्रशान्त कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक" महामहिम कुलाधिपति महोदया/राज्यपाल महोदया द्वारा मुख्य अतिथि जल पुरुष डॉ राजेन्द्र सिंह, विशिष्ट अतिथि मा0 सूर्य प्रताप शाही कृषि मंत्री, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान उत्तर प्रदेश सरकार, कृषि राज्यमंत्री मा0 बल्देव सिंह औलख एवं मा0 प्रबंध मंडल के सदस्यगण, विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय डाॅ. आनंद कुमार सिंह की उपस्थित में प्रदान किया गया है। प्रशांत फाउंडेशन परिवार समस्त सम्मानित जनों महामहिम कुलाधिपति महोदया/राज्यपाल महोदया , मा0 प्रबंध मंडल, मा0 विद्वत परिषद, मुख्य अतिथि, मा0 कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार एवं उपस्थित प्रशासनिक अधिकारीगण, छात्र/छात्राऐं एवं समस्त सम्मानित पत्रकार साथियों का बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार प्रकट करता है। यह प्रति वर्ष विश्वविद्यालय के प्रत्येक दीक्षांत समारोह में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्रा को प्रदान किया जाता है। प्रशांत फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर्यावरणविद समाजसेवी डाॅ.हेमन्त कुमार यादव ने इस कार्य के लिये विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महोदया/ राज्यपाल महोदया , विद्वत परिषद के सदस्यों, कुलपति महोदय एवं समस्त प्रशासनिक अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। डा0 हेमंत ने जानकारी दी कि प्रशांत फाउंडेशन की स्थापना के बाद से ही वह समाज सेवा में लगातार गरीब और असहाय लोगों की मदद करने का कार्य कर रहे हैं और अबतक 39 गरीब असहाय बेटियों की शादी प्रशांत फाउंडेशन द्वारा करा दी गई है। देश में आयी कोरोना महामारी में भी प्रशांत फाउंडेशन ने लोगों की लगातार मदद की। प्रशांत फाउंडेशन के संस्थापक लोगों को रुद्राक्ष का पौधा भेंट स्वरुप प्रदान कर लगातार पर्यावरण के प्रति जागरुक कर रहे हैं यही कारण है की अब लोग उन्हें रुद्राक्ष मैन के नाम से जानने लगे हैं।
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