जालौन सीट पर 1995 का उपचुनाव रद्द होने से धरे रह गये थे प्रत्याशियों के मंसूबे

Mar 30, 2024 - 18:13
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जालौन सीट पर 1995 का उपचुनाव रद्द होने से धरे रह गये थे प्रत्याशियों के मंसूबे

अमित गुप्ता

कालपी जालौन

कालपी (जालौन)। जालौन गरौठा लोकसभा सीट पर 1995 के उपचुनाव जो कि नामांकन ठीक पहले ऐन वक्त पर रद्द हो गया था तब राजनैतिक दलों के घोषित प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार का सारा तामझाम धरा रह गया था। हालांकि इस चुनाव में बसपा ने चैनसुख भारती को और भाजपा ने भानु प्रताप वर्मा को लोकसभा चुनाव लड़ने का पहला मौका दिया था। 

वर्ष 1991 में रामलहर के दौरान हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के गयाप्रसाद कोरी सांसद निर्वाचित हुए थे। जालौन लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की यह पहली जीत थी जबकि इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने बाबूरामाधीन अहिरवार को प्रत्याशी बनाया था तो कांग्र्रेस ने पूर्व सांसद रामचरन दोहरे पर दांव लगाया था। जबकि सिटिंग एमपी रामसेवक भाटिया को जनता दल ने प्रत्याशी न बनाकर नया चेहरा दयाराम अहिरवार एड, को टिकट दिया था। ऐसे में रामसेवक भाटिया को जनता पार्टी से चुनाव लड़ना पड़ा था भाजपा के सांसद गया प्रसाद कोरी असमय निधन से इस सीट पर निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया था तब भाजपा से कोंच विधानसभा क्षेत्र से 1991 में पहली बार विधायक भानुप्रताप वर्मा का नाम लोकसभा उपचुनाव के लिए तय किया गया था तो इस उपचुनाव में बसपा ने 1984 में डीएस फोर 1989 व 91 में बसपा के टिकट चुनाव लड़े बाबूरामाधीन अहिरवार को पैदल कर दिया था उनके स्थान पर पार्टी ने 1993 के विधानसभा चुनाव में कोंच क्षेत्र से दूसरी बार विधायक की पारी खेलने वाले चैनसुख भारती को उम्मीदवार बनाया था। जहां तक कांग्रेस की बात है तो 1995 का लोकसभा उपचुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता रामशरण जाटव एवं मलखान सिंह वर्मा एड, के बीच में टिकट की दावेदारी को लेकर जबरदस्त मुकाबला देखा गया था। जहां कांग्रेस के ज्यादातर लोग रामशरण जाटव को उम्मीदवार बनाने के पक्ष में थे तो वहीं उनके विरोधी मलखान सिंह वर्मा के पक्ष में लामबंद थे ऐसे में जिला परिषद पहाड़गांव क्षेत्र से रामशरण जाटव की पराजय ने उनकी लोकसभा टिकट की दावेदारी को कमजोर कर दिया और अन्ततः कांग्रेस ने मलखान सिंह वर्मा को प्रत्याशी बना दिया था यह बात अलग है कि एक साल 1996 में हुए लोकसभा के आम चुनाव में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र प्रसाद एवं जिलाध्यक्ष राजेन्द्र बाबू मिश्रा की प्रबल संस्तुति ने रामशरण जाटव को जालौन लोकसभा सीट पर प्रत्याशी बना दिया था। 1995 उपचुनाव में जहां तक समाजवादी पार्टी की बात थी तो वह अभी तक प्रत्याशी घोषित नही कर पाई थी अन्य क्षेत्रीय पार्टियों एवं निर्दलीय उम्मीदवारों की भीड़ इस उपचुनाव में दिखाई दे रही थी लेकिन नामांकन कुछ समय पहले ही निर्वाचन आयोग ने जालौन लोकसभा सीट का उपचार रद्द कर दिया था। इस तरह इस उपचुनाव को जीत कर सांसद बनने के सपने देख रहे प्रत्याशियों के अरमान धरे रह गये थे।

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