जिले में 316 में से सिर्फ बन पाए 174 अमृत सरोवर, अधिकांश में पानी हीं नहीं
अमृत, के लिए तरस रहे सरोवर, उड़ रही है धूल
जिला संवाददाता
अमित गुप्ता
कदौरा जालौन
कदौरा/जालौन गर्मी का सितम शुरू हो गया है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से क्षेत्र के आधे से ज्यादा तालाब सूखे पड़े है जिससे मवेशी पानी के अभाव से दम तोड रहे है जब की शासन ने करोड़ों रुपए की लागत से गांव गांव में अमृत सरोवर के तहत तालाब की खुदाई करा चुकी है ।
गौरतलब है की शासन ने मवेशियों के पानी की व्यस्था के लिए प्रत्येक गांव में अमृत सरोवर के तहत तालाबों का निर्माण कराया था शासन की मनसा थी की मवेशियों को पानी की किल्लत से न जूझना पड़े लेकिन अधिकारियों की उदाशीनता के चलते तालाब शो पीस बने हुए और मवेशी पानी के अभाव से दम तोड रहे है । जब की गर्मी अपनी चरम सीमा की ओर जा रही है ब्लाक क्षेत्र के 71 ग्राम पंचायतों में बने 325 तालाबों में मात्र सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 112 में पानी उपलब्ध है बाकी सूखे पड़े है जिसको भरवाने के लिए खंड विकास अधिकारी ने एक हफ्ते पूर्व ग्राम प्रधान व सचिव को निर्देश दिए है लेकिन अभी तक किसी भी सचिव व ग्राम प्रधान ने तालाब को भरवाने में रुचि नहीं दिखाई है वही क्षेत्र में लगे 126 नलकूपों में 8 किसी न किसी तकनीकी खराबी के कारण खराब पड़े है ।
क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में पानी के साधन की स्थिति
तालाब 325 पानी से भरे तालाब 112 सूखे तालाब 213
नलकूप 126 चालू नलकूप 116 खराब नलकूप 8
हैंडपंप 3547 चालू हैंडपंप 3222 खराब हैंडपंप 325
कुएं 664
क्या कहते जिम्मेदार
गर्मी को देखते हुए सभी सचिव व प्रधान को निर्देश दिया है की जल्द से जल्द तालाबों में पानी भरवा दे जिससे मवेशियों को दिक्कत न हो जिन सचिव ने अभी तक तालाब नही भरवाए है उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा । प्रतिभा शाल्या खंड विकास अधिकारी कदौरा ।
इनसेट
कदौरा । गर्मी शुरू होते ही आगजनी की घटनाओं में इजाफा हो जाता है ऐसे में गांव में बने तालाब का पानी आग बुझाने में बहुत काम आता है क्यों की जब तक फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंचती है तब तक काफी नुकसान हो जाता है लेकिन तालाबों में पानी न होने से आगजनी होने वाली घटनाएं की रोकथाम नही हो पा रही है ।
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