रुक्मणी विवाह कथा सुन श्रोता हुए भाव विभोर

May 30, 2024 - 08:19
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रुक्मणी विवाह कथा सुन श्रोता हुए भाव विभोर

जिला संवाददाता के0 के श्रीवास्तव जालौन 

एट जालौन  प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटारा थाना अंतर्गत ग्राम मवई में विगत दिनों से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन भव्य संगीत मय राष्ट्रीय कथा वाचक सुधीर कृष्ण शास्त्री जी श्री वृंदावन धाम के द्वारा किया जा रहा है मुख्य परीक्षित श्री मती निर्मला पत्नी राघवेंद्र सिंह ठाकुर इस सप्ताह ज्ञान यज्ञ मे परीक्षित रहे विख्यात भागवताचार्य पं श्री सुधीर कृष्णा शास्त्री जी ने श्रीमद् भागवत महापुराण के माध्यम से कथा के छठवें दिन महारास भगवान श्री कृष्ण का वृंदावन से मथुरा गमन कुब्जा के पूर्व जन्म की कथा धोबी के पूर्व जन्म की कथा कंस वध जरासंध का आक्रमण बलराम जी का विवाह और भगवान श्री कृष्ण के साथ रुक्मणी विवाह की सुंदर सुंदर झलकियों मे कथा का मार्मिक ढंग से वर्णन किया श्री शास्त्री जी ने बताया जीवात्मा परमात्मा का जब पवित्र मन से मिलन हो जाए उसी को महाराश कहते हैं भगवान प्रेम के बंधन में है जब गोपिया भगवान को प्रेम से बुलाती हैं तो भगवान उनकी मनोकामना पूरी करते हैं जब गोपियों को अभिमान हो जाता है तो उनको छोड़कर भगवान चले जाते हैं कथा के दौरान कथा व्यास पंडित श्री सुधीर कृष्ण शास्त्री ने कहा त्रेता युग की सूर्पनखा ही द्वापर में आकर के कुब्जा बनी नाक कान काटने के बाद काजल गिरी नामक पर्वत पर जाकर के श्री राम जी का और रावण का पूरा युद्ध देखा रावण वध के बाद भगवान के आदेश से पुष्कर क्षेत्र में जाकर के ब्रह्मा जी की तपस्या करके भगवान को पति रूप में मांगा तो ब्रह्मा जी ने कहा अगले द्वापर में भगवान जब श्री कृष्णा बनके आएंगे तब तुम्हारी मनोकामना पूरी होगी कंस का वध करके भगवान ने समस्त संसार को कंस के अत्याचार से मुक्ति दिलाई और अपने माता-पिता को जेल के बंधन से मुक्त कराया उग्रसेन को दुवारा राजगद्दी पर बैठाया और समाज को संदेश दिया जो भी अधर्म के रास्ते पर चलता है उसका अंत जल्दी ही निश्चित होता है 

खतरों के अंत में कृष्ण एवं रुक्मणी विवाह का सचित्र व बड़े ही मार्मिक ढंग से वर्णन किया श्री व्यास जी ने बताया जो भी भगवान के विवाह की कथा श्रवण करता है उसके जीवन में मंगल ही मंगल होता है कथा परीक्षित ने श्रद्धा भाव से आरती क़र प्रसाद वितरण किया इस मौके पर कथा व्यास पं श्री सुधीर कृष्ण शास्त्री श्री वृंदावन धाम एवं कथा परीक्षित श्रीमती निर्मला पत्नी राघवेंद्र सिंह ठाकुर मवई व श्रीमद् भागवत कथा पाठ एवं सहायक पंडित श्री गौरव कृष्ण शास्त्री ददरौआ धाम एवं श्री बरुआ वाली माता मंदिर पुजारी श्री संतोष महाराज उर्फ डोलू बाबा एवं आचार्य पंडित श्री योगेश जी मिश्रा व आर्गन पर चंद्र प्रकाश शर्मा व तवला पर अनूप परिहार , पैड पर साहब सिंह यादव उक्त कथा में क्षेत्रीय ग्राम धुरत टिकरिया भरसूडा गुमावली जमरोही मबई रुखना धमसेनी बिरासनी आदि ग्रामों के सैकड़ो श्रोता मौजूद रहे उक्त कार्यक्रम समस्त ग्रामवासी मवई एवं एवं क्षेत्र वासियों के सानिध्य मे चल रहा है

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