कैलिया प्रकरण - मृतक दीवान के परिजन आत्महत्या नहीं हत्या मान रहे
कोंच(जालौन) -बीते 14 माह से कैलिया थाने में तैनात दीवान की आत्महत्या की घटना से थाने के पुलिस कर्मी तो हैरान है ही साथ ही थाने के आस पास रहने बाले दुकानदार ग्रामीण भी आश्चर्यचकित है।
कैलिया थाने के मृतक दीवान बीरेन्द्र सिंह का थाने में कार्यकाल 13 माह 28 दिन का रहा है इस कार्यकाल के दौरान दीवान जिससे भी मिला सभी ने उसके व्यबहार को ठीक ठाक बताया हालांकि मृतक की शराब पीने की आदत को सभी ने स्वीकारा है 13 महीने के अपने कार्यकाल के दौरान उसका किसी से कोई झगड़ा नही हुआ है थाने के पीछे बने एक क्वाटर में वह अकेला रहता था घटना बाले दिन उसके दरवाजे की कुंडी भी अन्दर से बन्द थी पुलिस के अधिकारियों ने इस घटना को प्रथम दृष्टिया आत्महत्या माना है लेकिन फिर भी जांच हर एंगिल से कराने की बात कही है मृतक दीवान के साले राजेश सिंह घटना को आत्महत्या नही मान रहे है उन्होंने बताया कि रात को उन्हें जानकारी मिली कि उनकी तबियत खराब है जिसके बाद उनका फोन बन्द हो गया सुबह जब हम लोग आये तो यहां देखा कि उनका शव कमरे से बाहर पड़ा हुआ था साफ दिख रहा था कि उन्हें मार दिया गया है उनकी किसी से कोई दुश्मनी भी नही थी वह जालौन में लगभग चार साल से तैनात थे उनके तीन बच्चें है जिनमें दो पुत्र एक पुत्री है मृतक दीवान के पुत्र अभिषेक ने बताया कि बीती 2 जून को पिता जी घर पर कानपुर आये थे और कुछ दिन रुककर बापस लौट गए थे।
What's Your Reaction?