विकासखंड माधौगढ़ में मनरेगा के नाम पर,हो रहे बारे न्यारे
अमित गुप्ता
उरई जालौन
उरई/जालौन जनपद जालौन के विकासखंड माधौगढ़ में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के फंड के दुरुपयोग का मामला गंभीर रूप से सामने आया है। जानकारी के अनुसार, इस विकासखंड की कई ग्राम पंचायतों में बिना वास्तविक कार्य किए ही करोड़ों रुपये का भुगतान किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत कुरसेडा में 30 मास्टर रोल भरे गए हैं और सैकड़ों लेबर को कार्य में लगाया गया है। हालांकि, इन दस्तावेजों के अनुसार किए गए काम की कोई वास्तविकता नजर नहीं आती। 10 मास्टर रोल क्षेत्र पंचायत के नाम पर भरे गए हैं, जबकि 20 ग्राम पंचायतों के काम दिखाए गए हैं। धरातल पर किसी भी काम की स्थिति असंतोषजनक है।
ग्राम पंचायत सर्रा में 39 मास्टर रोल भरे गए हैं और यह बताया जा रहा है कि कई काम किए गए हैं। लेकिन वास्तव में यहाँ केवल तीन कामों का ही प्रदर्शन देखा जा सकता है। सैकड़ों लेबर यहाँ काम पर लगी है, जबकि वास्तविक काम की स्थिति बहुत खराब है।
ग्राम पंचायत सिरसा दोगड़ी में चार काम किए जाने का दावा किया गया है, जबकि 351 लेबर को कार्य पर लगाया गया है और 37 मास्टर रोल भरे गए हैं। यहां भी धरातल पर 20% काम भी देखने नही को मिलता है, जो कि दर्शाता है कि काम के नाम पर बड़ा घोटाला चल रहा है।
विकासखंड माधौगढ़ के क्षेत्र पंचायत कार्य प्रभारी करोड़ों रुपये के करा रहे भुगतान हालांकि, जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं और इस स्थिति पर कोई उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है।
यह स्थिति दर्शाती है कि मनरेगा फंड का उपयोग सही ढंग से नहीं किया जा रहा है और वास्तविक लाभार्थियों को उनके हक का फायदा नहीं मिल रहा है। इस पर एक उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता है ताकि धन का सही तरीके से उपयोग सुनिश्चित किया जा सके और ग्रामीण क्षेत्रों में वास्तविक विकास हो सके।
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