तेलु भोज हादसा - 23 पुरुष,28 महिलाए 11 बच्चे,13 बच्चियां ग्रामीण कुल-75,जिसमें एक हुआ मृत

Oct 9, 2024 - 07:39
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तेलु भोज हादसा - 23 पुरुष,28 महिलाए 11 बच्चे,13 बच्चियां ग्रामीण कुल-75,जिसमें एक हुआ मृत

कोंच (जालौन)- ग्राम बरोदा कला में हरी प्रकाश अहिरवार बीते काफी समय से दूध डेयरी पर बेचने का धंधा करता आ रहा है उसके पास 4 भैंसे है जिनसे 10 से 15 लीटर दूध वह प्रतिदिन निकालकर गांव की डेयरी पर ही बेचता है बीती 3 अक्टूबर को उसकी एक भैस ने बछड़े को जन्म दिया था जिससे वह उसका पूरा परिवार खुश था और तेलू भोज के लिए परिजनों रिश्तेदारों एवं मित्रों को आमंत्रित किया था हरि प्रकाश ने बताया कि तेलू भोज के लिए उसने बीते तीन दिनों से उसने दूध बेचना बन्द कर दिया था तीन दिन का बचा 30 लीटर दूध इकठ्ठा हो गया तब उसने चावल सिमई गरी छुआरे सहित काफी मात्रा में मेवा मिलाकर पकाया था हरी प्रकाश के अनुसार तेलू बनाने में उससे कोई गलती नही हुई है वह पिछले कई सालों से भैस ब्याने पर तेलू भोज का आयोजन करता आ रहा है पता नही इस बार कहा चूक हुई और बीमार हो गए वह खुद भी बीमार हुआ है उसके परिवार के 6 सदस्य भी बीमार है।

चिकित्सकों ने नही की जहरीले पदार्थ मिले होने की पुष्टि

तेलू कोई विशाख्त पदार्थ गिरने य कोई जहरीले कीड़े के गिरने की कोई बात अभी तक सामने नही आई मौके पर पहुँचे एसीएमओ डॉ० बीरेन्द्र कुमार बताते है कि कोई जहरीले पदार्थ के तेलू में मिले होने के लक्षण बीमारों में नही है यह फूड प्वाइजनिंग वही ग्राम देवगांव में निजी अस्पताल चलाने बाले चिकित्सक एच एन सिंह ने मरीजों का उपचार करने के बाद बताया कि डिहाइड्रेशन फूड प्वाइजनिंग के कारण ही लोग बीमार हुए है।

दो वर्ष पूर्व तेलू खाकर बीमार हुआ था हरि प्रकाश

दो वर्ष पूर्व भी हरि प्रकाश अहिरवार के यहां ऐसी ही तेलू बनी हुई थी उसे हरिप्रकाश के अलावा और किसी ने नही खाई थी हरि प्रकाश ने बताया कि उसकी भैस ब्याई थी तब उसने तेलू बनाई थी तब उसकी पत्नी ने उससे कहा था कि पहले इसे चख लो फिर मेहमानो को खिलाना जब उसने तेलू खाई तो वह बीमार पड़ गया था उसके बाद उसने किसी को तेलू खाने के लिए नही दी उसने बताया कि ऐसा तेलू कम पकने के कारण हुआ था इस वर्ष भी तेलू के कम पके होने कारण हुआ हो।

गांव में वर्षो से चली आ रही तेलू भोज की परम्परा

ग्राम बरोदा कला में जब भी किसी ग्रामीण के यहां भैस य गाय बच्चे को जन्म देती है तो गांव बाले अपने रिश्तेदारों और परिजनों एवं मित्रों को तेलू भोज पर आमंत्रित करते है 15 दिन पूर्व गांव के भगवान दास के यहां पर भी भैस ब्याने पर तेलू भोज का आयोजन हुआ था और काफी लोगो ने तेलू खाया था गांव में ऐसे आयोजन लम्बे समय से होते आ रहे है।

गांव में है प्रचलन

गांव में यह भी प्रचलन है कि गाय भैस तभी स्वस्थ्य बछड़े को जन्म देगी जब गांव में बने कारसदेव मंदिर पर तेलू चढ़ाया जाएगा गाँव बाले गाय भैस ब्याने पर मंदिर में चंदा भी देते है और दान भी देते है हरि प्रकाश ने भी 5 हजार रुपये का चंदा भैस ब्याने पर मंदिर को दिया था।

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