देश विदेश में धर्म की ध्वज पताका फहराने वाले महापुरुषों के स्थान आज भी उपेक्षा का शिकार
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी/जालौन कालपी चारों वेदों,अट्ठारह पुराणों, गीता और महाभारत के ज्ञाता महर्षि वेदव्यास, ऋषि पराशर, वशिष्ठ जी जैसे महापुरुषों के आश्रम होने के बावजूद उनकी देखरेख के अभाव में स्थिति बद से बदतर बनी हुई है अगर इन धार्मिक महत्व के स्थलों में कोई जाना भी चाहता है तो वहाँ पहुंचने के लिए मार्ग तो छोडिये दूर दूर तक कीचड़ ही कीचड़ चारों ओर नजर आता है! आपको बताते चले कि आज ओ. बी. सी. संघ की एक बैठक राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुई! बैठक का आयोजन माँ गायत्री विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अदल सराय कालपी में किया गया था!
जिसमे सभी ने एक स्वर में हरगोविंद कुशवाहा जिंदाबाद, ओ बी. सी. संघ जिंदाबाद के नारे लगाए गए! ओ. बी. सी. संघ के लोगों ने मंत्री जी को अवगत काराया कि कालपी महर्षि वेदव्यास की तपोस्थली है और जिन्होंने चारों वेद, पुराण, गीता, महाभारत इतियादि को लिखा है और हमारे ऐसे विद्वान महापुरुष की तप स्थली होने के बावजूद भी शहर में उनका कही नाम नहीं है उनके नाम से शहर का नाम रेलवे स्टेशन का नाम ,बस स्टेशन का नाम रखा जाना चाहिए! इसी क्रम में ओ. बी. सी. संघ के संयोजक एड. दीप चंद्र सैनी वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि कालपी कस्बा ही नहीं कालपी तहसील क्षेत्र के गाँव परासन में वेद व्यास जी के पिता भगवान पराशर जी का सिद्ध स्थान है जहाँ से लाखों लोगों को श्रद्धा है परंतु बड़ी विडंबना है कि आज तक किसी भी राज नैतिक दल के व्यक्ति ने इन ऐतिहासिक धरोहरों की ओर ध्यान तक नहीं दिया परासर मंदिर वेद व्यास मंदिर जहाँ जीर्ण शीर्ण हो रहे हैं वही रास्ते तो कीचड़ से पटे हुये हैं कई बार स्थानीय जन प्रतिनिधयो को अव गत कराया गया परंतु किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया एक ओर जहाँ भाजपा आयोध् या में करोड़ो की लागत से राम मंदिर बनवा रही है वहीं पर मर्या दा पुरुषोत्तम श्री राम के कुल गुरु वशिष्ठ के आश्रम की ओर ध्यान न दिया जाना चिंत नीय है इतना ही नहीं काल प्रिय काशी विश्व नाथ की नगरी छोटी काशी से विख्यात कालपी में सूर्य मंदिर भी है जहाँ यदि कालपी शहर को जोड़ने वाला मार्ग विकसित हो जाय तो विदेशी पर्य ट को का आवा गमन भी बढ़ जाये दुर्भाग्य है कि रास्ता सुगम न होने के चलते लोग आते तो हैं परंतु जब यहाँ आते हैं और यहाँ के ऐति हासिक जगहों पर जाते हैं तो पाते हैं कि अभी भी यह क्षेत्र उपेक्षा का ही शिकार है! हालांकि जनपद की जिला अधिका री चांदनी सिंह का प्रयास तो है कि शहर कालपी में वेद व्यास पार्क बन जाये जिसके लिए जगह भी तलाश की जा रही है अब कब तक यह मूर्त रूप में आ पाएगा यह समय ही बताएगा! विभिन्न विकास संबंधी समस्या ओ को सुन ने के बाद राज्य मंत्री ने मागो को सुना और शीघ्र ही मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को अवगत कराकर उन्हें अच्छा बनवाने का पूर्ण आश्वासन भी दिया और इसके बाद वे खुद वेदव्यास मंदिर पहुंचे लोगों से रु ब रु हुये फिर उन्होंने सूर्य मंदिर जाना चाहा परंतु रास्ता खराब होने से वहाँ पहुंच नहीं सके इसके बाद वे परासन गाँव में ऋषि पराशर के आश्रम पहुंचे जहाँ रास्तो को देखकर खुद अफ़सोस में पड़ गए कि यह क्षेत्र तो लगता है आज भी आजादी से पूर्व की दशा बोल रहा है उन्होंने कहा कि यह सब सूबे के मुखिया योगी जी को बता कर यहाँ विकास कराया जाएगा!
उनको समस्याओं से अवगत कराने वालों में अरविंद राठौर जिलाधयक्ष राठौर समाज, दीप चंद्र सैनी जिलाध्यक्ष सैनी समाज, वीर सिंह बघेल, वेद व्यास के वंशज राम बिहारी निषाद, माता प्रसाद निषाद, संजय सविता, फूल सिंह कुशवाहा, राज पाल प्रजापति, गोलू विश्व कर्मा, सौरभ निरंजन, संजीव निरंजन,आदि लोग मौजूद रहे!
What's Your Reaction?