कालपी सीएचसी के डॉक्टरों ने बनाया रिकॉर्ड केवल 1 मिनट में देखकर मरीजों का कर देते हैं इलाज
अमित गुप्ता
संवाददाता
कालपी /जालौन कालपी 1 मिनट में मरीज का उपचार यह जानकर हैरत में पडने की जरूरत नही है बल्कि यह हकीकत सीएचसी कालपी की है जँहा प्रतिदिन डाक्टर इस नामुमकिन लगने वाले कार्य को आराम से करते हैं।
शासन का स्वास्थ्य शिक्षा और सुरक्षा के प्रति विशेष रूझान है इसके लिए अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है जिसके लिए अस्पताल में ही आधुनिक लैब, निजी अस्पतालों की तर्ज पर एक्सरे की सुविधा के साथ भरपूर दवाओं का भण्डार भी उपलब्ध रहता है। वही स्वास्थ्य विभाग की इस व्यवस्था के चलते मरीजों का भी सरकारी अस्पतालों के प्रति रूझान दिनो दिन बढता जा रहा है जिसका उदाहरण नगर स्थित सीएचसी में मौजूद मरीजो की भीड़ देखकर लगाया जा सकता है पर विभाग के पास डाक्टर की बेहद कमी है जिसकी बजह से डाक्टरो के पास मरीजो की लाईन लम्बी हो रही है। सूत्रो की माने तो विभाग के रिकार्ड मे दन्त चिकित्सक के अलावा नगर की सीएचसी में डाक्टर रूबी सिंह,डाक्टर विशाल सचान,डाक्टर शेख शहरयार के अलावा एक सविँदा चिकित्सक डाक्टर गोपाल जी द्विवेदी की तैनाती भी नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में है इसके अलावा यहा पर तैनात डाक्टर गरिमा सिंह,डाक्टर अनुरागिनी माला के अलावा दो चिकित्सक की और भी तैनाती है लेकिन वह कई माह बाद छुटटी से नही लौटे है जिसके चलते अस्पताल में डाक्टर्स की सँख्या बेहद कम है आलम यह है कि स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर रूबी सिंह महिला रोगो का इलाज करती है तो दन्त चिकित्सक भी महज दन्त सम्बन्धी रोगो का इलाज करते हैं और ऐसे में ओपीडी और इमरजेन्सी मरीजों के उपचार की जिम्मेदारी डाक्टर विशाल सचान, डाक्टर शेख शहरयार के पास है।अस्पताल सूत्रो की माने तो इस समय विभाग की ओपीडी 400 के पार जा रही है। डाक्टरों की माने तो भीड के चलते मरीजो का ढंग से इलाज नही कर पा रहा है।मालूम हो कि डाक्टर की ओपीडी लगभग 6 घन्टे यानि की 360 मिनट होती है और चिकिसक के पास इस आँकडे के पास या फिर इससे अधिक मरीज होते हैं। नाम न छापने की शर्त डाक्टर ने बताया कि वह मरीज का मर्ज पूछकर पर्चे पर दवाखाना में मौजूद दवा लिख दे रहे हैं। उनके मुताबिक महज 1 मिनट में एक मरीज का इलाज सम्भव नही है पर भीड देखकर डाक्टर को यह कारनामा करना ही पडता है। इस सम्बन्ध में जब मौजूद डाक्टर विशाल सचान से बात की गयी तो उन्होने कहाकि डाक्टर शेख शहरयार के बीमार पड जाने से वह लगातार तीन दिन से डियूटी कर रहे थे। और इस समय आई फ्लू के चलते ओपीडी में मरीजो की संख्या में काफी इजाफा हुआ है जिससे डाक्टर को 360 मिनट में इस आँकड़े से अधिक मरीज देखने पड रहे हैं जबकि ओपीडी मे डाक्टर के लिए मरीजो की संख्या महज 60 निर्धारित की गयी है। इस मामले में जब सीएमओ डाक्टर डी शर्मा से बात करने की कोशिश की पर हो नही सकी है।
नये चिकित्सा अधीक्षक ने नही लिया चार्ज
कालपी - मालूम हो कि गत दिनों एक मामले को लेकर चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर उदय कुमार को हटा दिया गया था तब से सीएचसी अधीक्षक के बगैर ही चल रही है जिससे यहां की व्यवस्था गडबडाने लगी है हालाकि सीएमओ ने चिकित्सा अधीक्षक के पद पर गोवर्धनपुरा पीएचसी में तैनात डाक्टर अनिल कुमार को कालपी तैनात किया था लेकिन उन्होने एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी जिम्मेदारी नही सँभाली है। अपुष्टि सूत्रो की माने तो उन्होने यहा की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया है।
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