फर्जी बैनामा कांड में आधा दर्जन नाम जद,7 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

Sep 30, 2023 - 17:49
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फर्जी बैनामा कांड में आधा दर्जन नाम जद,7 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

अमित गुप्ता

संवाददाता

 कालपी/जालौं‌न कालपी विगत 15 दिनों से काफी चर्चा में रहे करोड़ों के फर्जी बैनामा कांड का मामला आखिरकार पुलिस ने क्रेताओं के द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर धारा 420,467,468,419,471,वह 120 बी के तहत दर्ज कर लिया गया है! 

  हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज करने से पहले भी कई लोगों को हिरासत में लिया है और पुलिस का दावा है कि इस प्रकरण में कई रसूखदार लोग भी शामिल हैं अब पुलिस उन पर क्या कार्रवाई करती है यह आने वाले समय में ही पता चलेगा लेकिन जिन लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है उन सभी लोगों की विगत दो माह की कॉल डिटेल यदि निकलवा ली जाए तो को कालपी सी. ओ. से लेकर एसपी जालौन तक पहुंची पूर्व में कुछ अन्य शिकायतों की भी पुष्टि हो सकती है पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कोमल पुत्र बाबूराम निवासी सुशील नगर उरई एवं जितेंद्र सिंह पुत्र रमेश चंद्र निवासी जमरोही खुर्द कोच ने बताया कि उन्होंने कालपी तहसील के मौजा छौक की गाटा संख्या 81 के रकवा 2.8330 हेक्टेयर जो की छौक निवासी विद्यावती पुत्री मुनीश्वर सिंह पत्नी रघुवीर सिंह के नाम से थी जिसकी 11000000 में नमन पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी आलमपुर कालपी व संदीप सिंह पुत्र राम सिमरन निवासी मोहल्ला आलमपुर कालपी से तय हुआ था क्रेताओं द्वारा उक्त भूमि की रजिस्ट्री 28 अगस्त 2023 को तहसील कालपी में नमन पुत्र सुरेंद्र, शैलेंद्र सिंह उर्फ काका व संदीप सिंह पुत्रगण राम सिमरन निवासी आलमपुर कालपी व राहुल कुमार पुत्र रामेश्वर दयाल रजिस्ट्री दफ्तर का बाबू निवासी मोहल्ला मनीगंज कालपी व महेंद्र पुत्र रामबाबू निवासी टरननगंज कालपी राम सिंह पुत्र रामदास निवासी रंग महल सदर बाजार कालपी और 7 अज्ञात लोगों के विरुद्ध अन्य महिला को फर्जी विद्यावती बनाकर जालसाजी के तहत फर्जी ढंग से कागज तैयार करके औरैया में एक्सिस बैंक में एक खाते में उपरोक्त पैसों को बारी बारी करके ट्रांसफर करवा कर निकल गया उपरोक्त मामले की जांच युवा एवं उत्साही पुलिस क्षेत्राधिकार डॉ देवेंद्र पचौरी ने बिंदुबार तरीके से की और गंभीरता दिखाते हुए उपरोक्त प्रकरण को दर्ज करवाया!

 

  आखिर पुलिस के दावा का कब होगा खुलासा 

कालपी!विगत 15 दिनों से चल रही जिस जांच के मामले को कालपी कोतवाली ने दर्ज भले ही कर लिया हो परंतु पुलिस के खास बनने का ढिंढोरा पीटने वाले शायद अपने मिशन में कामयाब हो गए हैं आम चर्चा का विषय है कि पुलिस को खास बनाकर जहां अपने चाटुकारो के गलत कार्यों में पर्दा डालने वाले कुछ लोग अपने संबंधों की दुहाई देकर पुलिस से रोज काम लेते रहे परंतु आज जब पुलिस को उनके सहारे की जरूरत पड़ी तो शायद आजकल आजकल करके टाला जाता रहा क्योंकि वे जानते थे कि मामला जितना लंबा खिंचेगा पुलिस को एक न एक दिन मुकदमा दर्ज करना ही पड़ेगा और जब पुलिस मामला दर्ज कर लेगी तो न्यायालय का सहारा लेकर अपने लोगों को बचाने की कोशिश की जाएगी!

इस मामले में साइन की तरह साथ देने वाला सब रजिस्टार पुलिस की पकड़ से दूर क्यों

कालपी! यह सदियों से होता चला आ रहा कि जबर मारे रोन ना दे जिसकी लाठी उसी की भैंस शायद यही कहावत चरितार्थ हो रही है सब रजिस्टार कालपी कार्यालय में कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार में फर्जी बैनामा कांड में फंसे बाबू राहुल के साए की तरह बने रहने वाले सब रजिस्ट्रार से मात्र पूछताछ औपचारिकता में सिमट गई आखिर कैमरा ना चलने का कारण क्यों नहीं पूछा गया जब रजिस्ट्री दफ्तर में बैनामा होता है तो ₹5500 की रसीद काटे जाने का प्रावधान है इसके बाद रजिस्ट्रार किसी बुजुर्ग के बयान लेने ऑफिस से उठकर बाहर जा सकता है तो क्या वह रसीद काटी गई और कब काटी दूसरी बात यह है कि जो औरत फोटो खिंचवाने कैमरे के सामने अंदर आई तो उसके 2 मिनट के होने वाले बयान अंदर ही क्यों नहीं लिए गए!

 सब रजिस्ट्रार कार्यालय में लिया जाने वाला कमीशन आखिर जाता है कहां

कालपी! चर्चित फर्जी बैनामा कांड को लेकर शहर ही नहीं आसपास के क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है अधिकांश की तरह सब रजिस्ट्रार कार्यालय कालपी में कमीशन के नाम पर कुल मलीयत का एक से दो प्रतिशत कमीशन लिया जाता है जो आखिर कहां जाता है और संदेहास्पद बैनामे में तो ऊपरी आमदनी का हिसाब किताब ही नहीं है छौक के फर्जी बैनामा में कुल मालीयत एक करोड़ के ऊपर लिखा पढ़ी में दर्शाई गई है जिसका कमीशन एक लाख के ऊपर बनता है और सन्देहास्पद होने की वजह से आए दिन रजिस्ट्रार दफ्तर के चक्कर काटने वालों के आरोप है कि 5 लाख के ऊपर कमीशन देने की बात कही थी इसकी चर्चाएं आम है जब आका ही सीधे इंवॉल्व हो तो अधीनस्थ की क्या हैसियत आखिर उच्च अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है इस परजी बैनामा कांड में अहम भूमिका निभाने वाला सब रजिस्ट्रार जांच की परिधि से आखिर बाहर कैसे हुआ! 

 साक्ष के अभाव में राहुल का 151 में किया गया चालान

 क्षेत्राधिकारी डॉक्टर देवेंद्र पचौरी ने बताया कि सब रजिस्ट्रार कार्यालय कालपी में तैनात बाबू राहुल का बहुत ज्यादा दोष न होने और साक्ष न मिलने के कारण उसे छोड़ दिया गया है क्योंकि सब रजिस्ट्रार कार्यालय में न कोई मशीन ऐसी होती है जिससे कागजों का वेरिफिकेशन किया जा सके उसकी इस मामले में बहुत ज्यादा संलिप्तता भी प्रकाश में नहीं आई इसलिए उससे पूछताछ तो की गई परंतु धारा 151 में चालान कर दिया गया!

 दोषी बचेंगे नहीं निर्दोष फसेंगे नहीं - सी. ओ.

 क्षेत्राधिकारी डॉ देवेंद्र पचौरी ने कहा कि मैं इतना जानता हूं कि फर्जी बैनामा कांड हो या कोई अन्य जांच मेरी जांच में दोषी बचेंगे नहीं और निर्दोष फसेंगे नहीं उन्होंने स्पष्ट कहा कि क्रेता द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर छह नामजद और 7 अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है परंतु अब तक पुलिस की जांच में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक नाम प्रकाश में आ चुके हैं और जांच में नित्य नए-नए मामले संज्ञान में आ रहे हैं क्लू से क्लू मिलता चला जा रहा है जितने भी दोषी होंगे जेल की सलाखों में जाएंगे मेरी पूरी कोशिश है कि इस मामले में पूरी निष्पक्षता के साथ जांच हो और सभी के साथ न्याय हो हालांकि यह कटु सत्य हैं कि सी. ओ. कालपी मानवीय दृष्टि अपनाने वाला चेहरा है और कभी किसी के साथ कोई भी ऐसा व्यवहार नहीं करते जिससे किसी को ज्यादती लगे लेकिन उन्होंने स्पष्ट कहा कि कानून की आंख में धूल झोंकने वालों की खैर नहीं इस मामले में वाकई में जो दोषी पाए जाएंगे उनका जेल जाना तय है!

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