नेपाल में महिला शक्ति कविता प्रतियोगिता में श्री भगवान् दास शर्मा प्रशांत को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान
वीरेंद्र सिंह सेंगर
इटावा। देश-विदेश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नेपाल में एक ऐतिहासिक महत्व की अंतरराष्ट्रीय महिला शक्ति कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। महिला सुरक्षा, शिक्षा तथा सम्मान के साथ में हिंदी काव्य लेखन में महिला पुरुष रचनाकारों को प्रोत्साहित करने तथा नेपाल भारत मैत्री सम्बंध विकास के उद्वेश्य से प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। नेपाल की सु-विख्यात साहित्यिक संस्था " शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल " द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला शक्ति कविता प्रतियोगिता २०२४ " आज भव्य अर्थपूर्ण सफलता के साथ संपन्न हुई है। प्रतियोगिता में चार देशों नेपाल,भारत, यू एस तथा तंजानिया के रचनाकारों की सहभागिता रही थी।प्रतियोगिता में अन्य देश सहित भारत के 20 राज्यों के 625 महिला-पुरुष रचनाकारों ने अपनी कविता के माध्यम से प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। जिसमें उत्कृष्ट 100 का प्रथम श्रेणी में चयन किया गया। खुशी की बात है कि प्रतियोगिता में दृष्टि विहीन रचनाकार सहित नेता, अभिनेता, पुलिस तथा अन्य विभिन्न क्षेत्र के अधिकारी तथा अन्य गणमान्यों की भी सहभागिता रही थी। उत्कृष्ट कविता के आधार पर चयनित 100 रचनाकारों को सम्मान स्वरूप " महिला शक्ति काव्य रत्न " की उपाधि सम्मान में प्रदान की गई है।
आयोजक संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल के अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु कहते हैं - " महिलाएं देवियां है उनका सम्मान करना सभी का धर्म है। महिलाओं से ही पुरुष का अस्तित्व है। महिला पुरुष मिलकर चलने से ही सृष्टि का रहना सम्भव होगा। प्रतियोगिता में उल्लेखनीय सहभागिता रही है उत्कृष्ट रचनाकारों का विस्तृत परिचय विश्व की सबसे बड़ी साहित्यिक परिचय डायरेक्ट्री में प्रकाशित किया जाएगा साथ ही नेपाल में 2025 में आयोजित होने वाले ऐतिहासिक महत्व के गौरवशाली सम्मान समारोह में सहभागी होने का अवसर प्रदान किया जायेगा " ।
ज्ञात हो कि शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल, नेपाल में शिक्षा, पर्यटन, भाषा, साहित्य, कला और संस्कृति के विकास के लिए निरंतर बड़े बड़े आयोजन करती आई है। जिसके आयोजनों में नेपाल सरकार के प्रतिनिधियों तथा देश विदेश के प्रबुद्ध गणमान्यों की सहभागिता रहती है। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु कहते हैं - " भाषा और साहित्य के विकास के लिए सभी को अपने अपने स्तर पर योगदान देना चाहिए। हमारी संस्था का उद्वेश्य है देश विदेश के प्रबुद्ध रचनाकारों को उनकी रचना के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित करना। हमारे इस अभियान में सभी को साथ देना चाहिए। " ज्ञात हो कि शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल विगत कई वर्षों से नेपाल में विभिन्न ऑनलाइन तथा ऑफलाइन कार्यक्रमों का आयोजन करता आया है।
इस उपलक्ष्य मे प्रोफेसर शैलेंद्र शर्मा, नंद किशोर साह,कवि कमलेश शर्मा, कवि अनुराग मिश्र 'असफल', कवि बालमुकुंद दिवाकर, उपन्यासकार पंकज कुमार, कवि राघवेंद्र, कवि रविपाल 'खामोश', डॉ राजीव राज, रियाज़ इटावी, आदि ने बधाई दी।
What's Your Reaction?