इबादत व रहमत का महीना है माहे रमजान

कोंच(जालौन) शहरी का मजा इफ्तार की लज्जित जिक्र शुक्र शव्र नेमत रहमत कुरान शरीफ की तिलावत नमाज का बसूल रोजे की रूहानियत के साथ माह-ए-रमजान दिन मंगलवार से शुरू हो गया है जिसमें सुवह लोगों ने मिलकर शहरी खायी और तहज्जुद की नमाज पढ़ने बाद फज्र की नमाज अदा की और साथ में कुरान शरीफ की तिलावत की और यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा और नगर की कुरैशन अन्सारयान मंसूरयान नई मस्जिद तकिया कलन्दर शाह पुरानी तहसील मस्जिद बड़ी मस्जिद जामा मस्जिदआदि में नमाजियों का तांता लगा रहा और महिलाओं ने घर पर नमाज के साथ साथ कुरान शरीफ की तिलावत की इस अवसर पर हाफिज अता उल्ला खां गौरी ने बताया कि रोजा रखने में बहुत सी हिकमत है जिससे भूखों औऱ प्यासों पर मेहरवानी का जज्बा पैदा होता है इससे भूख बर्दास्त करने की आदत पड़ती है और अगर कभी खाना मयस्सर न हो तो घबराता नहीं और अल्लाह की नासुक री नहीं करता।
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