पता ही नहीं चलता कि सड़क में गढ्ढे है या गढ्ढे में है सड़क

कोंच(जालौन) मुख्य मार्ग पर इतने गढ्ढे हैं कि जिन्हें देखकर पता ही नहीं चलता कि गढ्ढे में सड़क है या गढ्ढे में सड़क है और इस सड़क की दुर्दशा का कोई और दूसरा जिम्मेदार नहीं है बल्कि स्थानीय शासन प्रशासन ही जिम्मेदार है क्योंकि उनकी नाक के नीचे से इसी मार्ग से रात दिन ओवर लोड डम्फर निकलते है जिनके कारण इस स्थिति में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है
मामला कोंच से पिंडारी मार्ग का है जहां हाटा से लेकर महंत नगर घुसिया मोड़ तक रोड अपनी ही दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है और जब रोते रोते थक जाता है तो किसी न किसी बाहन चालक को अपने ने समेट लेता है और बाहन चालक और रोड दोनों मिलकर रोना शुरू कर देते हैं यह नगर का दुर्भाग्य है कि इसी नगर से केंद्रीय राज्य मंत्री व क्षेत्रीय विधायक और नगर पालिकाध्यक्ष इसी नगर के निवासी हैं लेकिन इन जनप्रतिनिधियों को जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है अगर कोई सड़क पर गिरकर चुटहिल होता है तो उनकी वला से जबकि कुछ ही दिनों में लोक सभा चुनाव का मतदान भी होना है और यही जनप्रतिनिधि जनता से बिकास के नाम का वादा कर वोट लेने के लिए उनकी चौखट पर दस्तक देंगे और जनता पुनः मूर्ख बनकर इन्हें ही वोट देगी जबकि इनका नैतिक दायित्व बनता है कि ओवर लोड वाहन के सम्बंध में स्थानीय प्रशासन से पूंछे कि आखिर यह वाहन किसकी अनुमति पर निकल रहे हैं कहीं ऐसा तो नहीं कोई जनप्रतिनिधि ही इसमें शामिल हो लोगों ने प्रेस के माध्यम से जनहित में उक्त सड़क को जल्द से जल्द बनाबए जाने की मांग की है।
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