अच्छे - बुरे का आभास कराती है भागवत कथा: देवकी नंदन ठाकुर

उरई, जालौन । कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा व्यक्ति को अच्छे- बुरे का आभास कराती है। यह एक दर्पण के समान है, जो अगर टूटा तो सब कुछ व्यर्थ हो जाता है।
शहर के राठ रोड स्थित गल्ला मंडी में आयोजित श्री विष्णु महायज्ञ के दूसरे दिन गुरुवार को श्रीमद् भागवत कथा में उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा विद्वानों की भी परीक्षा लेती है। व्यक्ति को उसके बुरे व अच्छे कर्म का आभास कथा से होता है। यह एक दर्पण के सामान है। जिस प्रकार दर्पण के टूटने से हमें कुछ नहीं दिखता, उसी प्रकार से भागवत को न जानने से जीवन में प्राप्त सब कुछ व्यर्थ चला जाता है। भागवत का श्रवण मानव के जीवन को सजाता है और आत्मिक ऊर्जा से उसे सत्य के आचरण पर चलने को प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि जीवन को तपाना व धर्म के बताए रास्ते पर चलना जरूरी है, तभी उसकी सार्थकता व खुशहाली समझ में आएगी। गलत कुछ दिखे, चाहे वह स्वयं के साथ हो अथवा किसी अन्य के साथ, उसका प्रतिकार करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण के कर्मवाद का संदेश आत्मसात करने से भी कई प्रकार के कष्ट स्वत: दूर हो जाते हैं। वहीं, भागवत कथा की आरती कार्यक्रम संयोजक प्रदीप माहेश्वरी, अरविंद पटेरिया, रविंद्र करमेर, उदय टीमरो व राहुल महाराज ने की। वही आये हुए लोगो का गल्ला व्यापार समिति के अध्यक्ष देवीदीन राजपूत ने स्वागत किया। इस मौके पर पम्मी सेठ, रामप्रकाश गुप्ता कमलेश गुप्ता, देवेंद्र गुप्ता बीजापुर, संजू माधौगढ़, प्रमोद गुप्ता, छोटे इटैदिया, रविंद्र व आशीष मौजूद रहे।
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