मानसून की लेट लतीफी से किसान मायूस
रोहित गुप्ता
उतरौला/बलरामपुर चिलचिलाती धूप में तावा की तरह धरती तप रही।इस साल गर्मी ने एक दशक का रिकार्ड तोड़ा है।गर्म हवाओं ने जनजीवन को बेचैन कर दिया है बेरहम गर्मी से न तो घर में चैन मिल रहा है और न ही बाहर,ऐसे में बेदर्द मानसून ने भी अभी तक दस्तक नही दी है।जबकि हर किसान उसके आने की इंतजारी में है,बावजूद अभी तक आहट कहीं से नही मिल रहा है किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए है।इसका सीधा असर अन्नदाता की खेती पर पड़ रहा है मौसम विज्ञानियों ने दावा किया कि मानसून सत्र शुरूआती दौर में ही झमाझम बारिश शुरू होगी, भरोसा कर किसानों ने मई माह में ही धान की नर्सरी लगा दी पंपिग सेट के पानी से नर्सरी तैयार हो गई है उसकी बढ़वार देखकर किसानों ने धीरे धीरे रोपाई भी शुरू कर दी है।इस क्षेत्र में नहर का पानी थोड़ा बहुत रोपाई में मददगार साबित हो रहा है लेकिन नहर में पानी न होने से माइनर गूलों में हेड टेल तक पानी नही पहुंच रहा है ऐसे में किसान महंगा डीजल फूंककर पम्पिंग सेट से खेतों में पानी भरकर धान की रोपाई करा रहे हैं।चिलचिलाती धूप से धान की नर्सरी बदरंग हो रही है।उसकी पुन्नियां सूख रही है गर्म हवाओं ने बेचैन कर दिया है।
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