कालपी नगर में क्यों नहीं है प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र, आखिर लोगों को मिल रही मंहगी दवाओं से कब मिलेगा छुटकारा

Nov 1, 2023 - 18:48
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कालपी नगर में क्यों नहीं है प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र, आखिर लोगों को मिल रही मंहगी दवाओं से कब मिलेगा छुटकारा

अमित गुप्ता

संवाददाता

कालपी/जालौन प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र में ब्रांडेड दवाईओं के मुकाबले वही दवाऐ इन केंद्रों के माध्यम से 50प्रतिशत से 90 प्रतिशत कम दामों में प्रदान की जाती हैं परन्तु दुर्भाग्य है नगर कालपी की लगभग एक लाख आबादी का जो केन्द्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है चूंकि यहां पर मेडिकल स्टोरों पर धन्ना सेठों का कब्जा है जो नहीं चाहते कि नगर में जेनरिक दवाएं मिलें और आम जनता को मंहगी दवाओं से मुक्ति मिलें चूंकि ब्रांडेड दवाईओं में इनको अंधी कमाई होती है वहीं सरकार य जनप्रतिनिधि य कोई समाज सेवी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे !साथियों वर्तमान समय में देखा गया है कि 80 प्रतिशत आबादु को दवा की जरूरत है जो इन ब्रांडेड दवाईओं को महगें दामो में खरीदकर अपनी कमाई का एक बडा़ हिस्सा गवां रहे हैं!

जबकि भारत के प्रधानमंत्री द्वारा 20-04-2018 को घोषित एक योजना है!2014-15 में जन औषधि योजना का नाम बदल कर प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना कर दिया !इस योजना मेंसरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता जैनरिक दवाइयों के दाम बाजार मूल्य से कम किए जा रहे हैं!सरकार द्वारा जन औषधि केन्द्र बनाए जा रहे हैं जहां जैनरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं ! 

जैनरिक दवाइयां ब्रांडेड य फार्मा की दवाइयों के मुकाबले सस्ती होती हैं! जबकि प्रभावशाली उनके बराबर होती हैं! प्रधानमंत्री जन औषधि अभियान मूलत: जनता अओ जागरूक करने के लिये शुरु किया इया है ताकि जनता समझ सके कि ब्रांडेड मेडिसन की तुलना में जैनरिक मेडिसन कम मूल्य पर उपलब्ध है !साथ ही उसकी क्वालटी में किसी तरह की कमी नहीं है !साथ ही यह जैनरिक दवाऐं मार्केट में मौजूद हैं जिन्हें आसानी से प्राप्त किया जा सकता है! इस योजना में आम नागरिक को बाजार से 60से 70 फीसदी कम कीमत पर दवाइयां मुहैया कराने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार तमाम जन औषधि केन्द्र खोल रही है !

अगर आप जन औषधि केन्द्र खोलना चाहते हैं उसके लिए मैं आपको जानकारी देता हूं जन औषधि केंद्र शुरू करने के लिए कोई व्यक्ति आवेदन कर सकता है लेकिन नीचे दर्शाई गई शर्त पूरी होनी चाहिए !आप भारत देश के नागरिक होने चाहिए हॉस्पिटल एनजीओ ट्रस्ट फार्मासिस्ट डॉक्टर वह सभी जन औषधि केन्द्र खोल सकते हैं !अगर आप st या ht हो और दिव्यांग हो तो भारत सरकार आपको ₹50000 की वित्तीय सहायता भी प्रधान मंत्री जन औषधिकेन्द्र शुरू करने में मदद करेगी !अगर आप जनऔषधि केंद्र के लिए आवेदन करना चाहते हो तो पैन कार्ड होना आवश्यक है अगर आप किसी अस्पताल एवं एनजीओ के लिए आवेदन करना चाहते हो तो आपको उसके रजिस्ट्रेशन के प्रमाण पत्र और पैन कार्ड की आवश्यकता होगी !और खास बात आपके पास 100 स्क्वायर फीट की जगह होनी चाहिए वह आपकी खुद की की हो यह किराए की !अब हम आपको बताते हैं कि आवेदन कैसे करें जनऔषधि केन्द्र की शुरुआत 2015 में की गई थी ऐसे में अगर आप भी इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जनऔषधि की वेबसाइट 

http//janashadhi.got.in पर लागिंन करना होगा!यहां आपको रजिस्ट्रैशन करकेआवेदन करना होता है!सरकार की बेवसाइड पर लागिन करके आपको यहांApplyforKendra,पर क्लिक करना होगा इसके बाद दूसरा पेज खुल जाएगा!यहां आपको Check Availaple for location पर क्लिक करके यह देखना होगा कि आपके इलाके में पहले से तो यह केन्द्र नहीं खुला है !यहां आपको अपना क्षेत्र चुनना होगा जिसके बाद आपको सभी आस पास के केन्द्र की जानकारी मिल जाएगी! यहां पर जो भी क्षेत्र खाली होंगे वहां आप क्लिक कर अप्लाई कर सकते हैं! अपनी जरूरी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको आवेदन कर देना है! इसके बाद आपको मैसेज और मेल के जरिए जानकारी मिल जाएगी मेल पर मिली जानकारी लागिंन के जरिए आपको फिर से वेबसाइट पर लॉगिन करना होगा यहां आपको अपनी जरूरी जानकारी दर्ज करनी होगी !केंद्र खोलने के लिए आपको ₹5000 की फीस भुगतान करनी होगी याद रखें अप्रूवल के बाद ही फीस फीस देनी होती है फॉर्म भरने के बाद आपको रिक्वेस्ट नंबर एप्लीकेशन नंबर आदि आपको मैसेज के जरिए या मेल के जरिए मिल जाएगा जन औषधि केंद्र खोलने का आपका आवेदन पास हो जाएगा तो इसके बाद आपको ₹5000 की फीस जमा करनी होगी और आपको जन औषधि केंद्र की फ्रेंचाइजी मिल जाएगी

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