बालू के डंपर ट्रकों से उठ रही धूल के कारण बस स्टैंड के दुकानदारों का जीना हुआ दूभर
जिला संवाददाता के 0 के श्रीवास्तव जालौन
आटा (जालौन) गर्मी के मौसम में हाईवे से बस स्टैंड होकर बालू की खदानों पर जाने वाले ट्रकों की भरमार है सड़क के ध्वस्त हो जाने के कारण उठ रही धूल के गुवारों से दुकानदारों का जीना मुश्किल हो रहा है
जानकारी के मुताबिक गत एक वर्ष पूर्व से परशन तथा चिंडो ट की बेतवा नदी के किनारे की बालू खदानों पर ट्रैकों तथा भारी डंपरों का आवागमन जारी है ओवरलोड ट्रैकों के कारण सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है डामर का कहीं नाम निशान नहीं है डंपरों के 16 तथा 18 टायरों की रगड़ के कारण बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं बीच-बीच इन गडो को भरने तथा सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के लिए ठेकेदार के करिंदों द्वारा मिट्टी में गिट्टी तथा मोरम मिलकर डाली जाती रही परिणाम स्वरूप इस गर्मी के मौसम में टायरों की रगड़ से गिट्टी उखड़ रही है और मिट्टी धूल बनाकर चारों तरफ छा रही है जिसके कारण आटा बस स्टैंड कि दुकानदारों की दुकानदारी तो बाधित हो ही रही है धूल के कारण लोगों को जीना मुश्किल हो रहा है कुशवाहा स्वीट हाउस के वीरू तथा विश्वकर्मा मिष्ठान भंडार के मालिक राजेश विश्वकर्मा सत्यम आकाश गोल्डी आयुष संतोष फल विक्रेता शिवम राकेश संतोष आदि सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि यद्यपि हम लोग धूल से बचाव के लिए हैंडपंपों से पानी लाकर दुकानों की अगल-बगल डालते हैं लेकिन ट्रैकों के टायरों से ऊपर तक उठ रही धूल सीधी जाकर दुकानों में भर जाती है यही हाल रेलवे क्रॉसिंग के बाद इटोरा रोड पर लगभग 1 किलोमीटर सड़क के आसपास के दुकानदारों तथा अपना निवास बनाए ग्रामीणों का है जो बुरी तरह इस समस्या से त्रस्त है उनकी दुकानदारी तो चौपट हो ही रही है लोगों में दमा श्वास जुखाम बुखार खुजलीजैसी बीमारियां फैलने की भी संभावनाएं बनती जा रही है जिम्मेदार अधिकारी तथाक्षेत्रीय जन प्रतिनिधि सब जानते हुए चुप्पी साधे बैठे हैं
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