दिनदहाड़े व्यापारी के तमंचा लगाकर हुई लूट से व्यापारियों में दहशत , नगर में फैली सनसनी

अमित गुप्ता
कालपी जालौन
कालपी/जालौन कालपी सर्राफा व्यापारी के साथ हुई लूट की घटना में 24 घण्टे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। काफी हाथ पैर मारने के बाद उन्हें ऐसा कुछ भी नहीं मिला है जिससें खुलासे की उम्मीद हो जिसके चलते व्यापारियों में भय के साथ आक्रोश भी पनप रहा है।*
मालूम हो कि गुरूवार 5 बजे नगर के मुहल्लां सदरबाजार निवासी विश्वनाथ गुप्ता एडवोकेट पुत्र स्व0 श्याम लाल उम्र लगभग 78 वर्ष प्रतिदिन की तरह टरननगँज स्थित अपनी सरार्फा की दुकान को बन्द कर ईरिक्शा से घर के लिए निकले थे लेकिन जैसे ही उनका रिक्शा सन्तोषी माता मन्दिर के पास पहुँचा था तभी पीछे से आये तीन पल्सर बाईक सवार अज्ञात बदमाशों ने तमंचा दिखाकर उनका झोला छीन लिया था और भाग निकले थे जिसमे लगभग 3 लाख कीमत के सोने के आभूषण 50000 नगद के साथ चाँदी के भी आभूषण थे। थोडी ही देर में सर्राफा व्यापारी के साथ हुई लूट की घटना की सूचना पुलिस के साथ नगर में भी पहुँच गई थी। दिनदहाडे सर्राफा व्यापारी के साथ हुई लूट की बारदात से लोग हतप्रभ थे हालाकि मौके पर पहुँची पुलिस भी घटना को नकार नही सकी थी और आनन फानन सर्राफा व्यापारी की तहरीर पर अज्ञात लुटेरों के खिलाफ लूट की धारा 309 (4) बीएनएस के तहत लूट का मामला दर्ज कर लिया था और लुटेरो की तलाश शुरू कर दी थी और व्यापारियों को आश्वस्त किया था कि घटना का शीघ्र खुलासा होगा। लेकिन घटना हुए लगभग 24 घण्टे बीत गए हैं पर पुलिस को ऐसा कुछ भी नहीं मिला है जिससे खुलासे की उम्मीद हो। लेकिन सूत्रो की माने तो दिनदहाडे नगर के बीच में हुई इस घटना ने पुलिस की साख पर सवाल खडे कर दिए हैं जिससे नगर के व्यापारी सकते में है और उन्हें अपनी सुरक्षा का भय सता रहा है।
पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को आईना दिखा गए लुटेरे
विदित हो कि शासन ने अपराध और अपराधियों पर नियन्त्रण के लिए पुलिस को हाईटेक भी किया है जिसके तहत नगर में दो कोबरा मोबाइल के साथ 3 चौकी इंचार्ज अपने अपने क्षेत्रों में भ्रमण करते हैं इसके अलावा नगर में डायल 112 की दो बाईक और दो चार पहिया वाहनो के अलावा कोतवाली पुलिस की दो वाहन भ्रमण पर रहकर अपराध और अपराधियो पर नजर रखते हैं इसके बाद भी गुरूवार को लुटेरे सर्राफा व्यापारी को लूटकर सुरक्षित फरार हो गये हैं।
तीसरी आँख से निगहबानी का फण्डा भी नहीं आया काम
विदित हो कि शासन ने अपराध और अपराधियो पर नजर रखने के लिए पुलिस को महत्वपूर्ण स्थानो पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे जिसके चलते तत्कालीन कोतवाली प्रभारी शिवकुमार राठौर ने विभिन्न तरीको से अच्छी किस्म के कैमरे विभिन्न तरीके से लगवाए थे लेकिन उनके जाने के बाद यह व्यवस्था भी बदहाल हो गई है विभिन्न महत्वपूर्ण जगहो के कैमरे रखरखाव के अभाव में किसी काम के नही बचे है जिससे घटना होने के बाद उनसे कुछ भी हासिल नहीं हो रहा है।
बाईक चोरी की घटनाओं का भी नही हो सका है खुलासा
नगर में चोरी की घटनाओं पर भी पुलिस का अंकुश नही है वह जब और जँहा चाहते हैं अपना काम कर देते हैं ।सूत्रो की माने तो जुलाई माह में ही सरसेला गांव में चोरो ने परचून की दुकान में अपने जौहर का इस्तेमाल किया था इसके बाद चोरो ने लमसर गांव में एक ग्रामीण का माल पार कर दिया था तो वनखण्डी देवी मन्दिर दर्शन को गये उदनपुरा के बलराम की बाईक चोरी हो गई थी तो एक दिन पहले सीताराम यादव की ट्रैक्टर ट्राली भी बन्द पडे पेट्रोल पम्प से गायब हो गई थी और सिलसिला यही नही रूका था बल्कि चौरासी गुम्बद गए कोँच निवासी व्यक्ति की बाईक भी अभी तक लापता है और इसके बाद कागजीपुरा से धर्मेन्द्र सिंह के दरवाजे से एक बाईक और एक स्कूटी भी गायब हो चुकी है लेकिन अभी तक सभी मामलो में पुलिस के हाथ खाली है। जिससे कोतवाली पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खडे हो रहे हैं।
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