गांवों में खोजे जाएंगे टीबी मरीज
रायबरेली, 29 अगस्त 2023 राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में टीबी मुक्त पंचायत अभियान जल्द ही शुरू होने जा रहा है | इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने साल 2025 तक देश से टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है | इसी क्रम में यह अभियान शुरू किया जा रहा है | इसका उद्देश्य पंचायत स्तर से क्षय रोगियों की पहचान और उनको पूर्णतया स्वस्थ करना व टीबी मुक्त भारत की एक पहल है |
उन्होंने बताया कि ज़नपद के 19 विकासखंडों के सभी ग्राम पंचायतों में यह अभियान शुरू होगा| जिला क्षय रोग अधिकारी ने डा. अनुपम सिंह बताया कि इस संबंध में जिला कार्यक्रम समन्वयक को मास्टर ट्रेनर के रूप में राज्य स्तरीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है | यह सभी ब्लॉक व टीबी इकाइयों पर तीन प्रशिक्षक तैयार करेंगे | यह प्रशिक्षक समुदाय में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कर्मियों एवं ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षित करेंगे | अभियान में सक्रिय टीबी रोगियों की खोज की जायेगी |
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) अधीक्षक, आशा कार्यकर्ता, एएनएम सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से ग्राम प्रधान जिला स्वास्थ्य समिति के समक्ष अपने गांवों को टीबी मुक्त बनाने का दावा पेश करेंगे| स्वास्थ्य समिति की जांच में दावा सही पाए जाने पर पंचायत में एक साल तक टीबी का एक भी नया मरीज न मिलने पर प्रधान को कांस्य प्रतिमा, दो साल तक नया मरीज न मिलने पर रजत प्रतिमा और और तीन साल तक एक भी नया मरीज न मिलने पर स्वर्ण प्रतिमा दी जाएगी |
टीबी के लक्षणों को पहचानें –
दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना|
शाम को बुखार आना |
बलगम में खून आना |
वजन कम होना |
रात में पसीना आना |
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