पंचनद बैराज बनने का रास्ता साफ, केंद्रीय जल आयोग के उच्चधिकारियों ने पंचनद संगम का दौरा कर ली जानकारी
वीरेंद्र सिंह सेंगर
पंचनद धाम औरैया। भारत ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व मानचित्र में पवित्र पांच नदियों के पवित्र संगम पंचनद धाम के नाम से बहु प्रतीक्षित पंचनद बैराज बनने का रास्ता साफ दिखाई दे रहा है, इसके शीघ्रातिशीघ्र निर्माण को लेकर केंद्रीय जल आयोग के अघिकारियों ने पंचनद धाम पर सांसद की उपस्थित में बैठक कर जानकारी उपलब्ध कराई और उसके संबंध में विस्तृत जानकारियों से अवगत भी कराया।
बताते चलें कि पांच पवित्र यमुना, चंबल, सिंध,पहूज और क्वांरी के पवित्र मिलन जो भारतवर्ष में ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व में एकमात्र संगम पंचनद धाम महासंगम बनता है, आज से लगभग 45 वर्ष पहले कांग्रेस के शासनकाल में तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री मती इंदिरा गांधी के शासनकाल में इस परियोजना के बारे में विचार किया गया तथा इसके बाद कई बार इसको धरातल पर लाने के लिए सरकारों द्वारा तरह-तरह की जुमलेबाजी की गई लेकिन आज तक इसका काम नहीं हो पाया जबकि इसमें करोड़ों रुपए का बजट अब तक विगत सरकारों में दिया गया लेकिन कुछ खानापूर्ति के अलावा इस परियोजना पर कुछ नहीं हो सका बल्कि अब तक सिर्फ इस परियोजना को क्षेत्र में सिर्फ लॉलीपॉप के रूप में पेश किया जाता रहा है, लेकिन अब जब भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य में सरकार मौजूद है तब इसका कार्य अति शीघ्र प्रारंभ होने की संभावना है क्योंकि इसके लिए विगत दो वर्षों से धरातलीय सर्वेक्षण कार्य के साथ-साथ डीपीआर पर विस्तार पूर्वक कार्य चल रहा था जो पूरा कर लिया गया है और अब इसके निर्माण के संबंध में धरातलीय निरीक्षण उच्च अधिकारियों द्वारा कर अति शीघ्र निर्माण कार्य शुरू करने से संबंधित जानकारी दी गई है।
बताते चलें कि इसके परिपेक्ष में कल पंचनद धाम स्थित महाकाल कालेश्वर मंदिर पर केंद्रीय जल आयोग के उच्च अधिकारी राजीव त्रिपाठी मुख्य अधिशासी अभियंता ने अपने कई साथी अधिकारियों के साथ इटावा औरैया के संयुक्त रूप से सांसद रामशंकर कठेरिया के साथ एक बैठक की जिसमें उन्होंने बैराज से संबंधित जानकारियां एकत्रित कीं तथा उससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ वहां उपस्थित जन प्रतिनिधियों और जनता से उपलब्ध कीं, वहीं उन्होंने बताया कि इसके लिए सरकार द्वारा बजट आवंटित कर दिया गया है और इसका डीपीआर भी बनकर तैयार हो गया है जिससे इस बैराज परियोजना का निर्माण कार्य अति शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि इस बहुप्रतीक्षित परियोजना से जहां जनपद इटावा, औरैया और कानपुर की कृषि योग्य जमीन को सिंचित किया जाएगा वहीं इस बैराज के बन जाने से इस बीहड़ी क्षेत्र जो अब तक पिछड़ा हुआ है इसे आगे बढ़ाने की ऊंचाइयों के साथ-साथ लोगों को रोजगार मिलेगा जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार होने के साथ-साथ किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी तथा इस बीहड़ी क्षेत्र में और भी अनेकों प्रकार की योजनाएं लाकर इस क्षेत्र को आर्थिक मजबूती प्रदान की जा सकती है, बैठक में जल आयोग के अधिकारियों के साथ-साथ सांसद रामशंकर कठेरिया चकरनगर ब्लॉक प्रमुख राकेश पूर्व ब्लाक प्रमुख मुकेश राजावत तथा जनपद औरैया के दिबियापुर नगर पंचायत अध्यक्ष राघव मिश्रा, बापू सहेल सिंह परिहार आदि लोग मौजूद रहे।
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