कालपी (जालौन) नगर ही नहीं अपितु उत्तर प्रदेश में ढोलक तथा तबला वादन में ख्याति अर्जित करने वाले मोहन दीक्षित मैनूपुर हाल मुकाम हरीगंज कालपी तीन दिन पहले मैनूपुर गांव से रात्रि को आते समय बाइक फिसल कर गिर जाने से घायल हो गए थे जिन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी में भर्ती कराया गया जहां से उपचार के बाद घर आ गए। परन्तु आज
शुक्रवार 13/5को सुबह हालत बिगड़ी जिन्हें उरई जिला अस्पताल ले गए वहां से दोपहर वापस आ गए निज निवास पर आकस्मिक निधन हो गया। जिसे कोई समझ भी नहीं पाया आखिर हुआ क्या।
बताते चलें कि मोहन दीक्षित प्रख्यात ढोलक वादक स्व, सुखनंदन महाराज के ज्येष्ठ पुत्र थे अभी कुछ माह पहले मोहन के युवा पुत्र की यमुना में डूबने से मौत हो गई थी और आज मोहन दीक्षित जिन्होंने अपनी ढोलक और तबला वादन कला को प्रदेश के बड़े बड़े मंचों में प्रस्तुत कर ख्याति अर्जित की थी बहुत कम उम्र लगभग 48-50 वर्ष की आयु में आकस्मिक निधन से नगर में शोक की लहर दौड़ गई मोहन अपने पीछे पत्नी तथा पुत्री को रोता दिलाता छोड़ कर दुनिया से रुखसत हो गए। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और दुखी परिवार को इस महान कष्ट को सहने की शक्ति दे।
